इंटरनेट पर स्थित Pages को Open करने उनको सर्च करना और बहुत से ऑपरेशन वेब ब्राउज़िंग के अंतर्गत आते हैं। इस आर्टिकल में हम समझेंगे की किस प्रकार हम इंटरनेट का बेहतरीन तरीके से उपयोग कर सकते हैं।
इंटरनेट को समझने से पहले हम जो Basic कीवर्ड है उनको समझ लेते हैं।
- Domain - यानि की जब भी हम कोई Web पेज बनाते हैं तो उसे हमें एक नाम देना होता हैं और नाम इस प्रकार से देना होता है की वह Unique हो यानि की उसके जैसे कोई भी नाम नहीं होना चाहिए , इसे ही Domain कहते हैं जैसे www.google.com आदि।
- IP : यह एक Internet Protocol हैं इसकी मदद से भी हम कोई भी Website या Webpage आदि को Access कर सकते हैं। यह भी unique ही होते हैं। यह कुछ इस प्रकार से लिखे जाते हैं। 192.168.1.5 आदि
- Webpage : यह एक पेज हैं जिसपर HTML tag से कोड लिखे जाते हैं Internet पर Available होने के करना इसे Web पेज कहा जाता हैं।
- Static Web Pages : ऐसे Page जिन्हे पर हम HTML Tag लिख कर बना कर रख देते हैं और जब यूजर उन्हें एक्सेस करता हैं तो वह जो लिखा हैं उसी को डिस्प्ले कर देते हैं।
- Dynamic Web Pages : ऐसे पेजेज जिन पर हर बार कोडिंग के द्वारा अलग वैल्यू आती हैं वह सभी Web Pages Dynamic Web Pages कहलाते हैं। इन पर भी Coding HTML Tag Format में ही होती हैं लेकिन यह Execute होते समय बदलती रहती हैं इसलिए इसे Dynamic Web Pages कहा जाता हैं।
- Website : जब हम एक से अधिक पेज को आपस में लिंक कर Pages का एक तरह से Group बना लेते हैं तो उसे Website कहा जाता हैं, इसमें एक मुख्य पेज होता हैं और वह से अन्य सभी पेजेज की लिंक दी हुए होती हैं उस पर क्लिक कर हम Navigate कर अन्य page पर जा सकते हैं। एक तरह से यह Static Web Page होते हैं।
- Web Application : यह Website का Dynamic रूप हैं इसमें लगभग सभी Pages Dynamic ही होते हैं साथ ही में इनका डाटा किसी डाटाबेस में Store भी किया जाता हैं और हम उनके आधार पर Report से उस डाटा को देख भी सकते हैं।
Browser
यह एक Software हैं जिसके उपयोग से Web पर Available Pages को कनेक्ट कर पाते हैं। अलग अलग कंपनी द्वारा अलग अलग browser बनाये गए हैं उनमे से कुछ browser के नाम इस प्रकार हैं Chrome, Internet Explorer, Firefox आदि।
आइये हम Browser में क्या क्या एलिमेंट होते हैं उनके समझते हैं।
- Address Bar : यदि हमें किसी भी Site का नाम पता होता हैं तो हम उसे यहाँ पर Direct एंटर कर ओपन कर सकते हैं। यहाँ पर हम Domain का नाम या IP address एंटर करते हैं।
- Tabs : आजकल सभी Browser में एक से अधिक Page एक साथ Open कर रखने की सुविधा हैं इन्हे की Tab कहते है।
- Refresh : यहाँ पर के Refresh Button होता हैं इस पर क्लिक करने से जो पेज Load हैं वह फिर से Load हो जाता हैं
- Back : इस बटन से हमने जो Current पेज के पहले जो पेज Open किया था वह फिर से ओपन हो जाएगा।
- Forward : यदि हमने बैक बटन प्रेस किया और हम Continue 2 या 3 बार back कर पिछले के पिछले पेज पर चले गए हैं तो हम forward बटन से फिर से एक एक कर Current पेज पर आ सकते हैं।
E -Mail
जैसे की आज से कुछ समय पहले हम एक दूसरे को सन्देश पहुंचाने के लिए Post Card आदि का उपयोग करते थे उसी का डिजिटल फॉर्म इ-मेल हैं , यहाँ पर E का मतलब Electronic हैं , क्युकी यह message को electronic रूप में Send करता हैं इसलिए इसे E-Mail कहा जाता हैं।
ईमेल में कुछ ऑप्शन होते हैं जो की इस प्रकार हैं।
- Inbox : जब भी हमें कोई e-mail मिलते हैं वह Inbox में ही स्टोर होते हैं।
- Compose : यानि की जब हमें email भेजना होता हैं तो हम इस ऑप्शन में जाते हैं।
- Outbox/Send : इस Folder में हमने जो भी मेल दुसरो को भेजी हैं वह सभी स्टोर रहती है।
- Draft : हमने कोई मेल लिखी हैं परन्तु अभी हमने भेजी नहीं वह सभी यहाँ पर स्टोर रहती हैं।
- CC : जब भी हम किसी को कोई मेल करते हैं और साथ में यह मेल कही और भी सेंड करना चाहते हैं तो हम CC यानि की Corban Copy वाले ऑप्शन में Receiver का e mail address लिख सकते हैं।
- BCC : यह भी एक तरह की Corban Copy हैं इसका पूरा नाम Blind Corban Copy होता हैं यानि की जब भी हम किसी को Mail करते हैं और यदि हमने किसी व्यक्ति के मेल एड्रेस को बसक में लिखा हैं तो इसकी जानकारी जिसे मेल भेजा हैं उसे नहीं लगेगी उसके लिए यह address hide रहेगा।
- Reply : यदि हमें किसी मेल का जवाब देना हैं तो हम उसी मेल को सेलेक्ट कर उस पर रिप्लाई कर मेल सेंड करते हैं ऐसा करने से हमें भी यह पता रहता हैं की हमें मेल का जवाब दे दिया और जिसे जवाब दे रहे हैं उसे भी पता लग जाता हैं की किस मेल का Reply आया हैं।
- Forward : जब हम किसी से आये हुए मेल को या किसी को पहले से भेजे गए मेल को किसी और अन्य व्यक्ति की भेजना चाहते हैं तो हमें Forward करना चाहिए ऐसा करने से मेल की एक नयी copy बन वह Send हो जाती हैं।
Search Engine
जब भी हमें कोई जानकारी Internet पर सर्च करना होती हैं तो हम Search इंजन की मदद लेते है Google एक Search Engine हैं जिस पर हम जो भी टाइप करते हैं उससे सम्बन्धी जानकारी के लिए कितनी website हैं उनके लिंक हमें प्रोवाइड करता हैं।
Security
- इंटरनेट का उपयोग करते समय हमें हमारी Personal कोई भी जानकारी Share नहीं करना चाहिए
- बैंक से सम्बंधित कोई जानकारी बिलकुल भी नहीं बताना चाहिए।
- हमेशा जब भी कोई पेमेंट करे तो website के एड्रेस के पहले https जरूर देखे यहाँ पर https से मतलब सिक्योर हैं यानि की आपके द्वारा दिए गए पासवर्ड का कोई गलत उपयोग नहीं कर पायेगा।
- किसी भी बैंक की साइट को कभी भी सर्च कर नहीं ओपन करना चाहिए हमेशा Address Enter कर ही ओपन करना चाहिए।
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